जाने Network topology और उसके प्रकार हिंदी में – Star Topology , Bus Topology ,Ring Topology , Mesh Topology , Tree Topology In Hindi.
Network Topology In Hindi
Network Topology In Hindi – हेल्लो Engineers कैसे हो , उम्मीद है आप ठीक होगे और पढाई तो चंगा होगा आज जो शेयर करने वाले वो Computer Network के Network Topology In Hindi के बारे में हैं|
यदि आप जानना चाहते हैं की Network Topology In Hindi के बारे में तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ सकते हैं , और अगर समझ आ जाये तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं|
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Types Of Network Topology In Hindi
- Star Topology In Hindi
- Bus Topology In Hindi
- Ring Topology In Hindi
- Mesh Topology In Hindi
- Tree Topology In Hindi
टोपोलॉजी क्या हैं? (What is Topology In Hindi)
Topology नेटवर्क की आकृति या layout को कहा जाता है | Network के विभिन्न नोड किस प्रकार एक दुसरे से जुड़े होते है तथा कैसे एक दुसरे के साथ Communication स्थापित करते है, उस नेटवर्क को Topology ही निर्धारित करता है Topology physical या logical होता है| Computers को आपस में जोडने एवं उसमें डाटा Flow की विधि टोपोलाॅजी कहलाती है। टोपोलॉजी किसी नेटवर्क में कम्प्यूटर के ज्यामिति व्यवस्था (Geometric arrangement) को कहते है |
1.Star Topology In Hindi
- इसमें किसी एक नोड को होस्ट नोड या केन्द्रीय हब ( Host node or Central Hub ) का दर्जा दिया जाता है । अन्य कम्प्यूटर या नोड आपस में केंद्रीय हब द्वारा ही जुड़े रहते हैं ।
- इसमें विभिन्न नोड या टर्मिनल आपस में सीधा संपर्क न करके होस्ट कम्प्यूटर द्वारा संपर्क स्थापित करते हैं ईसमें n नोड को आपस में जोड़ने के लिए n – 1 संचार लाइनों की जरूरत पड़ती है ।
लाभ (Advantages) –
- किसी एक नोड या केबल में त्रुटि से नेटवर्क का शेष जवित रहता है ।
- नया नोड जोड़ने का नेटवर्क पर प्रभाव नहीं पड़ता है ।
हानि (Disadvantages) –
- केंद्रीय हब में त्रुटि आने पर पूरा नेटवर्क प्रभावित होता है|
2.Bus Topology In Hindi
- इसमें एक केबल , जिसे ट्रांसमिशन लाइन ( Transmission कहा जाता है , के जरिये सारे नोड जुड़े रहते हैं ।
- किसी एक स्टेशन द्वारा संचारित डाटा सभी नोड्स द्वारा ग्रहण किये जा सकते है । इस कारण इसे ब्रॉडकास्ट नेटवर्क ( Broadcast Network ) भी कहते हैं ।
- डाटा को पैकेट में भेजा जाता है जिसमें विशेष एड्रेस रहता है । कम्प्यूटर नोड्स इस एड्रेस को पढ़कर अपने लिए बने डाटा को ग्रहण करते हैं । लैन ( LAN ) में मुख्यतः यही टोपोलॉजी प्रयोग की जाती है । बस टोपोलॉजी में सामान्यतः Ethernet प्रोटोकाल का प्रयोग किया जाता है ।
लाभ (Advantages) –
- इसमें कम केबल की आवश्यकता पड़ती है । अतः खर्च कम पड़ता है ।
- किसी एक कम्प्यूटर में त्रुटि होने पर पूरा नेटवर्क प्रभावित नहीं होता ।
- नया नोड जोड़ना आसान है ।
हानि (Disadvantages) –
- ट्रांसमिशन लाइन में त्रुटि होने पर सारा नेटवर्क प्रभावित होता है ।
- इसमें एक बार में केवल एक ही नोड डाटा संचारित कर सकता है ।
- प्रत्येक नोड को विशेष हार्डवेयर की आवश्यकता पड़ती है ।
3.Ring Topology In Hindi
- सभी नोड एक दूसरे से रिंग या लूप ( Ring or Loop ) में जुड़े होते हैं । बस टोपोलॉजी के दो अंत बिन्दुओं को जोड़ देने से रिंग टोपोलॉजी का निर्माण होता है ।
- प्रत्येक नोड अपने निकटतम नोड से डाटा प्राप्त करता है । अगर वह डाटा उसके लिए है तो वह उसका उपयोग करता है , अन्यथा उसे अगले नोड को भेज देता है ।
- प्रत्येक नोड के साथ रिपीटर ( Repeater ) लगा रहता है जो सूचनाओं को पनः प्रेषित कर सकता है । इसमें सूचनाओं का संचरण एक ही दिशा में होता है ।
लाभ (Advantages) –
- केंद्रीय कम्प्यूटर की आवश्यकता नहीं पड़ती ।
- दो कायटरों के बीच केबल में वटि से दूसरे मार्ग द्वारा संचार संभव हो पाता है ।
हानि (Disadvantages) –
- संचार की गति नेटवर्क में लगे कम्प्यूटरों की संख्या तथा संरचना से प्रभावित होती है ।
- किसी एक स्थान पर रिपीटर में त्रुटि होने पर पूरा नेटवर्क प्रभावित होता है ।
- इसके संचालन में जटिल साफ्टवेयर की आवश्यकता होती है ।
4.Mesh Topology In Hindi
- इस टोपोलॉजी में प्रत्येक नोड डाटा स्थानान्तरण करता है तथा डाटा संचार में सहायक होता है ।
- इसमें कोई होस्ट या केंद्रीय कम्प्यूटर नहीं होता । मेश नेटवर्क टोपोलॉजी दो प्रकार का हो सकता है – पूर्ण मेश टोपोलॉजी तथा आंशिक मेश टोपोलॉजी । पूर्ण मेश टोपोलॉजी ( Full Mesh Topology ) में प्रत्येक नोड नेटवर्क के अन्य सभी नोड से जुड़ा होता है ।
- इस टोपोलॉजी का प्रयोग बैकबोन नेटवर्क के निर्माण में किया जाता है । प्रत्येक नोड अपना डाटा भेजने के अलावा दूसरे नोड से प्राप्त डाटा भी आगे भेजने में सक्षम होता है ।
- आंशिक मेश टोपोलॉजी ( Partial Mesh Topology ) में कम से कम एक नोड नेटवर्क के प्रत्येक नोड से जुड़ा होता है जबकि अन्य नोड आपस में जुड़े हो सकते हैं या नहीं भी हो सकते ।
लाभ (Advantages) –
- नेटवर्क के किसी नोड या संचार माध्यम में त्रुटि हो जाने पर भी डाटा स्थानान्तरण जारी रहता है ।
- इसमें कई नोड एक साथ डाटा स्थानान्तरण कर सकते हैं , अतः इस टोपोलॉजी द्वारा भारी मात्रा में डाटा स्थानान्तरण किया जा सकता है ।
- नेटवर्क में नया नोड जोड़ने से डाटा का संचरण प्रभावित नहीं होता ।
हानि (Disadvantages) –
- इस टोपोलॉजी के निर्माण तथा रखरखाव का खर्च अधिक होता है ।
- परंतु वायरलेस तकनीक द्वारा मेश टोपोलॉजी का निर्माण अपेक्षाकृत सरल होता है ।
5.Tree Topology In Hindi
- Tree टोपोलॉजी में स्टार तथा बस दोनों टोपोलॉजी के लक्षण विधमान होते है |
- इसमें स्टार टोपोलॉजी की तरह एक होस्ट कंप्यूटर होता है और बस टोपोलॉजी की तरह सारे कंप्यूटर एक ही केबल से जुड़े रहते हैं |
- यह नेटवर्क एक पेड़ के समान दिखाई देता हैं |
लाभ (Advantages) –
- प्रत्येक खण्ड (Segment) के लिए प्वाइन्ट तार बिछाया जाता है |
- कई हार्डवेयर तथा साफ्टवेयर विक्रेताओ के द्वारा सपोर्ट किया जाता है |
हानि (Disadvantages) –
- प्रत्येक खण्ड (Segment) का कुल लम्बाई प्रयोग में लाये गए तार के द्वारा सीमित होती है |
- यदि बैकबोन लाइन टूट जाती है तो पूरा खण्ड (Segment) रुक जाता है |
- अन्य टोपोलॉजी की अपेक्षा इसमें तार बिछाना तथा इसे कन्फीगर (Configure) करना कठिन होता है | Conclusion Of Types Of Network In Hindi
दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आप तो ये समझ गये होंगे की Network Topology In Hindi और आपको जरुर पसंद आई होगी , मैं हमेशा यही कोशिस करता हु की आपको सरल भासा में समझा सकू , शायद आप इसे समझ गये होंगे इस पोस्ट में मैंने सभी Topics को Cover किया हूँ ताकि आपको किसी और पोस्ट को पढने की जरूरत ना हो , यदि इस पोस्ट से आपकी हेल्प हुई होगी तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं|