Achievement Motivation In Hindi– हेल्लो Engineers कैसे हो , उम्मीद है आप ठीक होगे और पढाई तो चंगा होगा आज जो शेयर करने वाले वो Entrepreneurship के Achievement Motivation In Hindi के बारे में हैं तो यदि आप जानना चाहते हैं की ये क्या हैं तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ सकते हैं , और अगर समझ आ जाये तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं |
Achievement Motivation In Hindi
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Achievement Motivation In Hindi
- स्थानीय , राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय जगत के सामाजिक परिवेश में स्थापित विश्वासों , मान्यताओं और धारणाओं से परे हटकर औद्योगिक , व्यावसायिक , आर्थिक – सास्कृतिक , आध्यात्मिक व राजनैतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण और विशेष लक्ष्य ( goal ) की प्राप्ति को ही उपलब्धि ( achievement ) कहते हैं ।
- यहाँ केवल औद्योगिक , व्यावसायिक व आर्थिक क्षेत्र में उपलब्धि का वर्णन है । उद्यमिता का विकास करना उद्यमी का लक्ष्य होता है । यदि वह इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है । तो यह उसकी एक उपलब्धि कही जायेगी । उद्यमिता के विकास की उपलब्धि प्राप्त करने के लिए उद्यमियों को जो प्रोत्साहन या आभप्रेरणाए ( motivations ) दी जाती है उन्हें उपलब्धि अभिप्रेरणा ( achievement motivation)कहते हैं ।
- उद्यमिता का विकास करने के परिप्रेक्ष्य में उपलब्धि प्राप्त करने के लिए न केवल मौद्रिक ( monetary ) अभिप्रेरणाएँ दी जाती हैं बल्कि अमौद्रिक ( non – monetary ) या भावनात्मक अभिप्रेरणाएँ भी दी जाती हैं ताकि अधिक से अधिक युवक उद्यमिता को अपनाने के लिए आकर्षित हों और अपनी – अपनी मानसिक , बौद्धिक , आर्थिक एवं तकनीकी क्षमता के अनुसार उद्योग , व्यवसाय स्थापित करके न केवल स्वयं के रोजगार व विकास के साधनों का सृजन करें बल्कि , अन्य बेरोजगार युवकों को रोजगार देने तथा राष्ट्र के औद्योगिक व आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दें ।
“मास्लो ( Maslow ) के अनुसार“:-
“मास्लो ( Maslow ) के अनुसार” , एक सफल उद्यमी को निम्नलिखित अभिप्रेरणा के द्वारा श्रमिकों / कर्मचारियों का सहयोग प्राप्त करना चाहिये –
- उद्यमी को श्रमिकों / कर्मचारियों की भोजन , वस्त्र तथा आवासीय आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखना चाहिये ।
- उद्यमी को चाहिये कि वह अपने कर्मचारियों को खतरों के प्रति , धमकियों के प्रति , अभाव ( deprivation ) के प्रति तथा रोजगार के प्रति सुरक्षा प्रदान करे ।
- उसे श्रमिकों की माल – असबाब सम्बन्धी , संगठन सम्बन्धी , स्वीकरण ( acceptance ) सम्बन्धी , मित्रता सम्बन्धी तथा प्रेम सम्बन्धी आवश्यकताओं का ध्यान रखना चाहिये ।
- उद्यमी को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिये कि श्रमिकों में उपलब्धि की स्वतंत्रता के प्रति आत्मविश्वास बना रहे , जीवन स्तर के प्रति जागरूकता बनी रहे तथा उनकी अपनी स्वतंत्र पहचान बनी रहे ।
- श्रमिकों को अपनी स्वयं की क्षमता का आभास होता रहे तथा आत्मविकास के लिये वे सृजनशील ( creative ) रहें . इस जिम्मेदारी का निर्वाह भी उद्यमी को ही करना चाहिये ।
Final Word
दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आप तो ये समझ गये होंगे की Achievement Motivation In Hindi क्या हैं और आपको जरुर पसंद आई होगी , मैं हमेशा यही कोशिश करता हूँ की आपको सरल भाषा में समझा सकू , शायद आप इसे समझ गये होंगे इस पोस्ट में मैंने सभी Topics को Cover किया हूँ ताकि आपको किसी और पोस्ट को पढने की जरूरत ना हो , यदि इस पोस्ट से आपकी हेल्प हुई होगी तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं |