Partnership In Entrepreneurship In Hindi – साझेदारी क्या है हिंदी में

Partnership In Entrepreneurship In Hindi
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Partnership In Entrepreneurship In Hindi –  हेल्लो Engineers कैसे हो , उम्मीद है आप ठीक होगे और पढाई तो चंगा होगा आज जो शेयर करने वाले हैं वो Entrepreneurship  के Definition  के बारे में हैं ,तो यदि आप जानना चाहते हैं की Partnership In Entrepreneurship In Hindi क्या हैं तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ सकते हैं , और अगर समझ आ जाये तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं

Partnership In Entrepreneurship In Hindi

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Partnership In Entrepreneurship In Hindi

Two main Types of partnership  होते है :-

  1. जनरल (general partnership )
  2. लिमिटेड (limited  partnership)
  • यदि आपका व्यवसाय स्वामित्व है और कई व्यक्तियों के द्वारा  संचालित होगा | आप अपने व्यवसाय को एक Partnership के रूप में देखना चाहते हैं |
  • आप अपने व्यवसाय को एक Partnership के रूप में देखना चाहते हैं | Partnership दो किस्मों में आती है: general partnership और limited  partnership |
  • एक सामान्य साझेदारी में, साझेदार कंपनी का प्रबंधन करते हैं और साझेदारी के ऋण और अन्य दायित्वों की जिम्मेदारी लेते हैं | एक सीमित साझेदारी में सामान्य और सीमित दोनों साझेदार होते हैं | 
  • सामान्य साझेदार व्यवसाय का संचालन करते हैं और साझेदारी के लिए दायित्व ग्रहण करते हैं। जबकि सीमित भागीदार केवल निवेशकों के रूप में कार्य करते हैं, उनका कंपनी पर कोई नियंत्रण नहीं है और वे सामान्य साझेदारों के समान देनदारियों के अधीन नहीं हैं।
Partnership In Entrepreneurship in hindi
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Partnership के कुछ महत्वपूर्ण benefits-

  • Business को establish करना आसान हैं
  • Start-up लागत कम हैं
  • Business के लिए अधिक पूंजी available हैं

Characteristics of a Partnership In Hindi

Limited Life of Partnership-सीमित जीवन

  • एक partnership के जीवन को समझौते द्वारा कुछ वर्षों  के लिए  स्थापित किया जाता है |
  • एक साझेदारी के जीवन को Agreement  द्वारा निश्चित  वर्षों के रूप में स्थापित किया जा सकता है
  • यदि ऐसा कोई Agreement नहीं किया जाता है, तो विशिष्ट जिम्मेदारियों, दिवालियापन, या साझेदार की इच्छा को पूरा करने की अक्षमता आदि , तो वो इस Cash में अपने से साझेदारी को समाप्त कर सकता  है |
  • हर बार जब कोई partner वापस लेता है या जोड़ा जाता है, तो एक नए Partner Agreement  की आवश्यकता होती है, यदि Business  एक Agreement  के रूप में काम करना जारी रखेगा | 

1)Number of partners 

Partnership  के लिए आवश्यक है कि उसमें कम से कम 2 Partner  हों अकेला व्यक्ति स्वयं से Partnership नहीं कर सकता | किसे Partnership  संस्था में 20 से अधिक तथा बैंकिंग व्यवसाय के लिए 10 से अधिक साझेदार नहीं होना चाहिए |

2) Presence of legal business

साझेदारी का निर्माण किसी वैध व्यापार को करने के लिए किया जाता है वैध व्यापार वह व्यापार होता है जो राज्यों के नियमों के अंतर्गत अवैध नहीं है ऐसे व्यापार करने में सरकार की ओर से किसी प्रकार का डर या हस्तक्षेप नहीं रहता और व्यापारी भी पूर्ण विश्वास के साथ व्यापार में आगे बढ़ सकता है

3)The purpose of business is to earn profit and share it among themselves

Partnership  का Aim ,  किसी वैध व्यापार (legal Business ) द्वारा लाभ अर्जित करना एवं उसे Partners में परस्पर बांटना होना चाहिए |

4)Limited liability

साझेदारी में प्रत्येक साझेदार का दायित्व असीमित होता है (The responsibility of each partner in the partnership is unlimited).  प्रतीक साझेदार फर्म के ऋणों के प्रति व्यक्तिगत एवं सामूहिक दोनों ही तरह से उत्तरदाई है |

5)Management structure and operations

  • अधिकांश partnership में, partner व्यवसाय के संचालन में शामिल होते हैं | उनकी regular involvement (नियमित भागीदारी)  critical decisions को आसान बनाती है क्योंकि कार्रवाई करने से पहले formal meetingsको मंजूरी लेने की आवश्यकता नहीं होती है | ( मतलब अगर आप अपने business में रोज़ present रहते हो , अगर अचानक से कोई problem create हो गए तो आप सभी की और से कोई Responsibility ले सकते हो इसके लिए आपको कोई meeting की जरुरत नहीं है )
  • यदि  strategy or structure  में बदलाव पर Agree  होते हैं, या आवश्यक Equipment  की खरीद को मंजूरी देते हैं , तो additional approvals  की आवश्यकता नहीं होती है।

6)Contract between partnerships

भारतीय साझेदारी अधिनियम के अनुसार साझेदारी का संबंध अनुबंध से उत्पन्न होता है स्थिति से नहीं अतः साझेदारों के मध्य लिखित या मौखिक स्पष्ट समझौते (Clear Agreement ) का होना आवश्यक है |


Final Word

दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आप तो ये समझ गये होंगे की Partnership In Entrepreneurship In Hindi और आपको जरुर पसंद आई होगी , मैं हमेशा यही कोशिस करता हु की आपको सरल भासा में समझा सकू , शायद आप इसे समझ गये होंगे इस पोस्ट में मैंने सभी Topics को Cover किया हूँ ताकि आपको किसी और पोस्ट को पढने की जरूरत ना हो , यदि इस पोस्ट से आपकी हेल्प हुई होगी तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं|

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