Normalization और उसके सभी Normal Form हिंदी – Normalization In Hindi

Normalization In Hindi
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Normalization In Hindi –  हेल्लो Engineers कैसे हो , उम्मीद है आप ठीक होगे और पढाई तो चंगा होगा आज जो शेयर करने वाले वो DBMS के बारे में हैं।

तो यदि आप जानना चाहते हैं की Normalization In Hindi के बारे में तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ सकते हैं , और अगर समझ आ जाये तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं।

Normalization In Hindi

Normalization In Hindi
Normalization In Hindi
  1. जाने DBMS Architecture और Level हिंदी में

Database Normalization In Hindi

DBMS में, Normalization डाटा को organize करने का process हैं, Normalization  2 step process हैं:-

  1. पहले स्टेप में, यह relational टेबल में से Redundant data ( वह डाटा जो एक से अधिक बार store  हुआ हो ) को eliminate कर देता हैं।
  2. दूसरे स्टेप में, यह ensure करता हैं की table में केवल उससे सम्बंधित डाटा ही स्टोर हो।
  3. Normalization का मुख्य उद्देस्य ऐसे relational टेबल के समूह को create  करना हैं जिसमे redundant डाटा न हो तथा जो निरंतर एंड सही तरीके से अपडेट और modify हो सके।

Types Of Normal Form In Hindi

DBMS में normal forms निम्नलिखित प्रकार के होते-

  1. First Normal Form ( 1NF )
  2. Second Normal Form ( 2NF )
  3. Third Normal Form (3 NF)

1.First Normal Form In Hindi 

  •  जब column की सभी value atomic होती हाँ यानी की उसमे repeating values नहीं आती हैं तो वो First Normal Form में होती हैं।
  • वह relation या टेबल जो repeating groups को contain किये रहती हैं व relation या टेबल unnormalized कहलाता हैं।
  • एक relation 1nf में होता हैं यदि उस relation में प्रत्येक attribute single-valued attribute हैं।
  • First Normal Form को हम इस तरह समझ सकते हैं-

a – टेबल में कोई duplicate raw नहीं होना चाहिए।

b – हर एक cell में single value होनी चाहिए।

c – column का entries एक जैसा होना चाहिए।

First Normal Form In Hindi 
First Normal Form In Hindi 

2.Second Normal Form In Hindi 

  • एक टेबल या relation तब 2nd normal form होता हैं जब वह 1st normal form की सभी requirement को पूरा करता हैं।
  • second normal form में partial dependency नहीं होना चाहिए, partial dependency अर्थात non-prime attribute- ऐसे attribute जो candidate key का भाग नहीं होता।
  • जितने भी nonprime attribute होते हैं वे full functional dependent होने चाहिए।

3.Third Normal Form In Hindi 

  • कोई टेबल या relation तब 3rd normal form में होता हैं जब वह 2nd normal form वो सभी requirement  को पूरा करता हैं।
  • 3nf में एक relation और किसी भी nonprime attribute के लिए transitive dependency नहीं होना चाहिए।
  • एक relation 3nf में होता हैं, प्रत्येक nontrivial-function dependency x ->y  में कम से कम निम्नलिखित condition होने चाहिए।

X Super Key  and y prime attribute

( y का प्रत्येक element candidate का एक भाग होना चाहिए )

X  -> A
X  – SuperKey
A – Prime Attribute

इन दोनों में से कोई एक condition satisfy होना चाहिए या तो x super key हो या A  prime attribute.


4.Boyce Code Normal Form In Hindi

ये BCNF 3nf  की तरह ही होता हैं 3nf में x ->y  के 2 condition में से कोई भी एक satisfy होता हैं तो वो 3nf में होता हैं लेकिन BCNF  में X ->y  में X super key होना ही चाहिए-

  • BCNF में प्रत्येक function dependency के लिए left hand side में super key होना ही चाहिए।
  • X ->y  ” इसमें X super key होना ही चाहिए।
  • एक relation BCNF में होता हैं यदि उसमे प्रत्येक non trivial functional dependency X ->y में X Super key हैं।

Conclusion Of Normalization In Hindi

दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आप तो ये समझ गये होंगे की Normalization In Hindi और आपको जरुर पसंद आई होगी , मैं हमेशा यही कोशिस करता हु की आपको सरल भासा में समझा सकू , शायद आप इसे समझ गये होंगे इस पोस्ट में मैंने सभी Topics को Cover किया हूँ ताकि आपको किसी और पोस्ट को पढने की जरूरत ना हो , यदि इस पोस्ट से आपकी हेल्प हुई होगी तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं।

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