जाने Multiplexing और उसके प्रकार हिंदी में Types Of Multiplexing In Hindi, Frequency Division multiplexing ,Time Division Multiplexing.
Multiplexing In Hindi
Multiplexing In Hindi – हेल्लो Engineers कैसे हो , उम्मीद है आप ठीक होगे और पढाई तो चंगा होगा आज जो शेयर करने वाले वो Computer Network के Multiplexing In Hindi के बारे में हैं |
तो यदि आप जानना चाहते हैं की Multiplexing In Hindi के बारे में तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ सकते हैं , और अगर समझ आ जाये तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं |
Multiplexing In Hindi
- एक ही संचार माध्यम (Communication Media ) पर भिन्न-भिन्न डाटा संकेतों (Data Signals ) को सफलतापूर्वक भेजना (Multiplexing) मल्टीप्लेक्सिंग कहलाता है|
किसी संचार माध्यम पर सामान्यतः एक बार में एक ही संकेत भेजा जा सकता है | लेकिन इससे
माध्यम का बेहतर उपयोग संभव नहीं हो पाता | मल्टीप्लेक्सिंग तकनीक द्वारा भिन्न-भिन्न डांटा
संकेतों को मिलाकर एक वाहक संकेत बनाया जाता है , जिसे संचार माध्यम पर भेजा जाता है |
दूरस्थ स्थान पर उन डाटा संकेतों को अलग अलग कर सही प्राप्तकर्ता तक पहुंचाया जाता है जिसे
(De multiplexing ) डिमल्टीप्लेक्सिंग कहते हैं |
Types of Multiplexing In Hindi
- Frequency Division Multiplexing In Hindi
- Time Division Multiplexing In Hindi
1.Frequency Division Multiplexing In Hindi
- Frequency division multiplexing एक analog multiplexing technique है। यह अलग अलग sources से आ रहे analog signals को एक signal में जोड़ती है। यह technique सर्वप्रथम 20 वीं शताब्दी में telephone कंपनियों द्वारा प्रयोग की गयी थी। उस समय इसे coaxial cable से एक साथ कई voice signals transfer करने के लिए प्रयोग किया गया था।
- इस technique का प्रयोग केवल तब ही किया जा सकता है जब link (जिससे signal भेजा जा रहा है) की bandwidth भेजे जाने वाले सभी signal के sum से अधिक होती है। Frequency division multiplexing में हर signal को modulator द्वारा modulate किया जाता है और उसके बाद उन modulated frequencies को एक signal में जोड़ा जाता है।
2.Time Division Multiplexing
- Time division multiplexing एक ऐसी multiplexing technique है जिसमे हर signal के लिए एक time slot provide किया जाता है। जिस signal के लिए जो time slot allot किया जाता है वह signal उसी time slot में transmit किया जाता है। इस technique में signals को भेजे जाने के लिए available समय सीमा को slots में डिवाइड किया जाता है।
- टाइम division multiplexing मुख्य रूप से digital signals के लिए प्रयोग की जाती है। इस multiplexing में low-speed channels को high speed channels में multiplex किया जाता है। इसको दो प्रकार से perform किया जाता है। इनके बारे में निचे detail से बताया जा रहा है:-
अ.Synchronous Time Division Multiplexing
- Synchronous time division multiplexing का प्रयोग मुख्यतः digital signals को synchronously (एक साथ) भेजने के लिए किया जाता है।
- इस तरह की multiplexing में input line का connection एक frame से जुड़ा होता है। यदि N devices एक साथ signals भेजने वाले है तो frame को N समय slots में divide करके हर device के लिए एक निश्चित समय slot allot किया जाता है।
- हर device अपने समय slot में data को transfer करता है तब दूसरे devices प्रतीक्षा करते है। Send किये जाने वाले सभी signals की transfer rate समान होती है। इस तरह की multiplexing में sending और receiving side पर समय संकेतों की आवश्यकता होती है।
- Synchronous time division multiplexing में यदि किसी time slot में devices द्वारा data transfer नहीं होता है तो वह slot खाली ही जाता है, उसका उपयोग दूसरे signal को transmit करने के लिए नहीं किया जा सकता है।
ब.Asynchronous Time Division Multiplexing
- जाने Asynchronous time division multiplexing में अलग अलग devices के लिए data transfer rate अलग अलग होती है। इसके अलावा इस तरह की multiplexing में समय संकेतों की भी आवश्यकता नहीं होती है।
- Asynchronous time division multiplexing में यदि किसी device द्वारा signals transmit नहीं किये जा रहे है तो उसके समय slot को किसी दूसरे device को allot कर दिया जाता है।
Conclusion Of Multiplexing In Hindi
दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढने के बाद आप तो ये समझ गये होंगे की Multiplexing In Hindi और आपको जरुर पसंद आई होगी , मैं हमेशा यही कोशिस करता हु की आपको सरल भासा में समझा सकू , शायद आप इसे समझ गये होंगे इस पोस्ट में मैंने सभी Topics को Cover किया हूँ ताकि आपको किसी और पोस्ट को पढने की जरूरत ना हो , यदि इस पोस्ट से आपकी हेल्प हुई होगी तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं।